स्लग:-
*भारत सरकार के एम एस एम ई पशुपालन मंत्री मा.श्री प्रताप चंद्र सारंगी राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ गौसेवा मिशन के मजबूत स्तंभ बने*
*राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ के संरक्षक इंद्रेश कुमार जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह सेंगर जी ने उनको हार्दिक बधाई देते हुए आभार जताया*
स्क़िप्ट:-
बीरेंद्र सिंह सेंगर रिपोर्टर
चंबल बैली पंचनद धाम
औरैया यूपी।
औरैया यूपी।
राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह सेंगर ने बड़ी ही प्रसन्नता के साथ जानकारी दी है कि धर्मेन्द्र प्रधान मंत्री जी के साथ ही आज भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी मस्त्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने भी राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ के संरक्षक मंडल में शामिल होने का निर्णय लिया है। और ये दोनों महान गौ सेवक के संरक्षण में गौसंरक्षण के मिशन को नायाव मजबूती मिलेगी तथा आप हमारे सम्मानित संरक्षक मंडल द्वारा गौ मिशन की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे कार्यकर्ताओं में आपका मार्गदर्शन गौमिशन के लिए पूरे देशभर में नई ऊर्जा देने का कार्य करेगा। पूरे संगठन परिवार व मा.श्री इंद्रेश कुमार जी और मेरी ओर से आपको ह्रदय से आभार साधुवाद नंदन बंदन अभिनंदन और धन्यवाद,,
एक परिचय महान व्यक्तित्व का,
साइकिल से चलने वाले MSME मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी जी MSME,पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री एकदम साधारण कपड़े पहनते हैं. वे आज भी ग्राम पंचायत के हैंडपंप पर स्नान करते हैं।
मा. मोदी जी ने इस बार एक ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाया है, जिसकी जिंदगी सादगी की मिसाल है. PM मोदी ने सारंगी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय,पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री बनाया है।
जब PM मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तो सारंगी को 56वें पर शपथ लेने के लिए बुलाया गया. उस समय पूरे राष्ट्रपति भवन में इतनी तालियां बजीं जो अखबारों की सुर्खियां बन गईं. सारंगी ओडिशा के वही सांसद हैं जिन्होंने बिना एक भी पैसा खर्च किए करोड़पति उम्मीदवार के खिलाफ बालासोर से चुनाव जीता है.
*फूस के घर में रहते हैं*
सारंगी फूस के घर में रहते हैं. आने जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं. सारंगी अपनी पेंशन की राशि गरीब बच्चों के लिए दान में दे देते हैं. 64 साल के हो चुके प्रताप सारंगी ने कभी साधु बनने की कोशिश की थी. वह एकांत जीवन बिताना चाहते थे, लेकिन उनका समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में ले आया है।
चेहरे पर सफेद दाढ़ी, कम बाल, साइकिल और बैग उनकी पहचान हैं. प्रताप चंद्र सारंगी एकदम साधारण कपड़े पहनते हैं. वे आज भी ग्राम पंचायत के हैंडपंप पर स्नान करते हैं.
सारंगी ने कहा, “मेरा जीवन बचपन से ही ऐसा है. अब जब मैं सांसद और मंत्री बन गया हूं, कुछ भी बदलने वाला नहीं है. मैं लोगों के लिए जीवित हूं और मैं अपने इस सिद्धांत पर जीवन भर कायम रहने वाला हूं.”।
*आरएसएस से जुड़े हैं*
प्रताप चंद्र सारंगी लंबे समय तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बालासोर संसदीय सीट से बीजद (BJD) प्रत्याशी रबींद्र कुमार जेना को 12,956 मतों से हराया है. अब सिर्फ ओडिशा ही नहीं पूरा देश उनकी सादगी का दीवाना बन गया है।
प्रताप चंद्र सारंगी लगातार समाज सेवा में लगे रहते हैं. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सारंगी को ओडिशा का मोदी भी कहा जाता है. वह दो बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं।
कृषि, शिक्षा पर ध्यान देना, टूरिज्म को बढ़ावा देने और बेरोजगारी की समस्या से निबटना सारंगी का प्राथमिक एजेंडा है. अपने संसदीय क्षेत्र के बारे में सारंगी ने कहा, “बालासोर में पीने के पानी की गंभीर समस्या है. मैं इसके लिए भरसक प्रयास करूंगा. बालासोर को भारत के टूरिज्म मैप में प्राथमिकता दिलाना भी मेरा उद्देश्य रहेगा.”
साबित किया कि सिर्फ पैसे से नहीं जीता जाता है चुनाव
बहुत से लोग राजनीति में इसलिए नहीं आन चाहते क्योंकि उन्हें लगता है कि पैसों से ही चुनाव लड़ा और जीता जाता है. सारंगी की गरीबी और ईमानदारी ने इसे ध्वस्त कर दिया है. प्रताप सारंगी ने उस दौर में चुनाव जीतकर कीर्तिमान बनाया है, जब राजनीति में पैसे का जोर सिर चढ़ कर बोल रहा है।
आज के दौर में जब राजनीति करोड़ों खर्च कर अरबों कमाने का जरिया बन चुकी है, प्रताप सारंगी कई दशकों से सादगी की प्रतिमूर्ति बने हुए हैं. भगवा झंडा थामकर प्रताप सारंगी दो बार ओडिशा विधानसभा पहुंच चुके हैं, लेकिन अपना बड़ा सा मकान या गाड़ी या पुलिस फोर्स, जैसे तामझाम से वे दूर रहते हैं।
अरबपति उम्मीदवार को हराया
प्रताप सारंगी की अपने इलाके में अच्छी पकड़ है. प्रताप चंद सारंगी 542 सांसदों में सबसे गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर सांसद हैं. उनके पास मोबाइल फोन तक नहीं है. सारंगी 12,956 वोटों से अरबपति उम्मीदवार को हरा कर विजेता बने हैं. सांसद बनने से पहले प्रताप चंद्र सारंगी ओडिशा की नीलगिरी विधानसभा सीट से 2004 और 2009 में विधायक रह चुके हैं।
जय भारत
जयगौमाता