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संवाददाता महेन्द्र सिंह परमार नागाणी

नागाणी। उपखंड पर मंगलवार को भारतीय किसान संघ द्वारा विभिन्न मांगो को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सोपा गया जिसमें बताया की भारतीय किसान संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं 36 प्रांतों के अध्यक्ष, महामंत्रीयों तथा संगठन मंत्रियों ने गहन मंथन के बाद तीन कृषि सुधार अध्यादेशों में 5 संशोधन करने के पश्चात उन्हें लागू करने की मांग की थी। कि कानूनों में लाभकारी मूल्य का कोई जिक्र नहीं है, इसलिये चौथा कानून की मांग की ताकी लाभकारी मूल्य को कानूनी स्वरूप प्रदान किया जा सके। सितंबर 2020 में भारतीय किसान संघ द्वारा देशभर में 20,000 ग्राम सभाए करते हुए ग्राम सभाओं द्वारा पारित प्रस्ताव माननीय प्रधानमंत्री एवं माननीय कृषि मंत्री, भारत सरकार को भिजवाये गये थे। उसके परिणाम की प्रतीक्षा एवं कोविड नियमो का ध्यान रखते हुए पुनः 8 सितंबर 2021 को एक ही दिन में देशभर के 513 जिला केन्द्रों पर धरना-प्रदर्शन हुए । जिनमें लाखों किसानों ने भाग लिया था। जो ज्ञापन पुनः प्रधानमंत्री एवं कृषि मंत्री को प्रेषित किए गये है। इस बीच कुछ किसान संगठनों की हठधर्मिता के चलते प्रधानमंत्री द्वारा तीनों कानून वापस ले लिए गये। इस घोषणा से देशभर का लघु एवं सीमांत किसान स्तब्ध रह गया। उसकी सभी आशाएं धराशाही हो गई। किसानों को उनकी उपज का मूल्य नही मिलने के कारण किसान गरीब और कर्जदार होता जा रहा है। यद्यिप सरकार अपने ढंग से कई प्रकार की मदद करती है। परंतु इसका क्रियान्वयन सही ढंग से न होने के कारण किसान की दशा में सुधार नही हो पा रहा है। ऐसे में परेशान किसान इतनी मांग कर रहा है कि उसकी फसल का मूल्य, लागत एवं उस पर लाभ जोड़कर भुगतान की व्यवस्था बने। इसके लिए क़ानूनी प्रावधान करते हुए क्रियान्वयन की प्रक्रिया की जाये।
तब बेरोजगारी की वर्तमान स्थिति में अधिक से अधिक नौजवान खेती किसानी की ओर आकर्षित होगें, देश में बेरोजगारी की समस्या का समाधान भी इसी रास्ते से निकल सकता है। भारत का किसान अपने राष्ट्रीय दायित्व को भी भली-भांति समझता है, इसिलए भारतीय किसान संघ जो शांतिपूर्ण, अहिंसक एवं राष्ट्रिहत एवं किसान हित को एक मानकर चलने वाले संगठन द्वारा आरम्भ किए चरणबद्ध आंदोलन के तृतीय चरण में दिनांक 1 से 10 जनवरी 2022 तक देशभर के लगभग 1 लाख गावों में चले जन जागरण अभियान में छोटी-छोटी ग्राम सभाऐं की गई और अंतिम दिन 11 जनवरी 2022 को पुर्व प्रधानमंत्री एवं स्व. लाल बहादुर शास्त्री की पुण्य तिथि को सभी तहसीलों/ ब्लॉक केन्द्रों पर धरना प्रदर्शन के पश्चात सक्षम प्राधिकारीयों के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा है। जिसके माध्यम से देशभर का किसानों ने भारत की वर्तमान सरकार को मांग स्वीकार करने की मांग की। और जिस प्रकार देश की अर्थव्यवस्था ही नहीं सभी क्षेत्रों में गति प्रदान की है, सभी वर्गों को लाभ पहुंचाया है। इस दौरान किसान संघ जोधपुर युवा प्रमुख सुजान सिंह वडवज, गणपत सिंह देवडा, नाथूराम लोहार, मोहन पुरोहित, तहसील अध्यक्ष गणपत सिंह डांगराली, बाबूराम घांची, पदमाराम चौधरी, हेमाराम कोली, चेतनराम कोली, जयसिंह देवडा, बाबुराम कोली, हरिसिंह देवडा, भीमसिंह देवडा, बाबाराम, पूर्व तहसील अध्यक्ष जीवाराम घाची नागाणी भलाराम, उनाराम, रामाराम, निंबाराम, भूराराम, मूलीदेवी, लीलादेवी मालाराम प्रजापत भलाराम चौधरी नागाणी बाबाराम देवासी सहित उपस्थित रहे।

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