फोन करने वाले ने टाटा केपिटल की तरफ से लोन देने की बात कही
बिलासपुर। देवरीखुर्द में रहने वाले दुकानदार को लोन दिलाने का झांसा देकर जालसाजों ने सेल्फ चेक लेकर 95 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। दुकान संचालक ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द में रहने वाले विष्णु शर्मा व्यवसायी हैं। मंगलवार की दोपहर उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने टाटा केपिटल की तरफ से लोन देने की बात कही। इसके लिए उसने जरूरी दस्तावेज मांगे। बुधवार की सुबह उनके पास एक व्यक्ति आया। उसने व्यापारी को अपना परिचय कंपनी के एजेंट के रूप में दी। साथ ही लोन के लिए आधारकार्ड, पेन कार्ड, बिजली का बिल, इंकमटेक्स रिटर्न की कापी मांगी।
साथ ही उसने दो चेक भी व्यवसायी से ले लिए। गुरुवार की सुबह उन्हें फोन कर मोबाइल को आधे घंटे के लिए बंद करने कहा। इस पर व्यवसायी को संदेह हुआ। वे केनरा बैंक की शाखा में पहुंचे। उन्होंने अपने दिए चेक से किसी तरह लेनदेन को बंद करा रहे थे। बैंक के कर्मचारी उनके चेक को कैंसिल कर रहे थे। एक चेक कैंसल करने के बाद बैंककर्मियों ने उनके खाते की जांच की तो 95 हजार रुपये निकल चुके थे। पीड़ित ने इसकी जानकारी बैंक प्रबंधन को देकर सरकंडा थाने में शिकायत की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
शुक्रवार को बैंक का सीसीटीवी फुटेज लेगी पुलिस
पीड़ित की शिकायत के बाद सरकंडा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। सरकंडा थाना प्रभारी हरीशचंद तांडेकर ने बताया कि व्यापारी के चेक से रुपये निकाले गए हैं। बैंक से संबंधित खाते की जानकारी लेने के बाद सीसीटीवी का फुटेज लिया जाएगा। इससे आरोपित की पहचानकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पूर्व में इस तरह के मामलों में शामिल ठगों व जालसाजों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।