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रायपुर। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध की आंच खाद्य तेलों पर भी आई है। हफ्ते भर के अंदर ही खाद्य तेलों की कीमतों में 20 रुपये लीटर तक की बढ़ोतरी हुई है। 140 से 150 रुपये लीटर में बिक रहे खाद्य तेल 160 से 170 रुपये लीटर पहुंच गए हैं। साथ ही 180 रुपये लीटर में बिकने वाले खाद्य तेल इन दिनों 200 रुपये लीटर पार हो गए हैं। कारोबारियों का कहना है कि युद्ध के चलते खाद्य तेलों की आवक प्रभावित हुई है, जबकि बाजार में मांग काफी ज्यादा बनी हुई है। इसका असर ही कीमतों में देखने को मिल रहा है।

बादाम और सरसो तेल 200 सौ रुपये पार

इन दिनों फल्ली तेल व सरसों तेल 200 रुपये लीटर पार हो गए हैं। इसी प्रकार सोयाबीन 170 रुपये लीटर, पामोलीन 160 रुपये लीटर तक बिक रही है। चिल्हर में जहां खाद्य तेल 20 रुपये लीटर महंगे हुए हैं, वहीं टीपे में 300 रुपये तक की बढ़ोतरी हो गई है। बाजार के हालात देखते हुए कारोबारियों द्वारा भी स्टाक भी सोच समझकर मंगाया जा रहा है। कारोबारी मनीष राठौड़ ने बताया कि अब त्योहार सामने है और ऐसे समय में खाद्य तेलों की मांग काफी बढ़ गई है। मांग की तुलना में खाद्य तेलों की आवक काफी कम है।

इधर मसाले के भी दाम बढ़े

खाद्य तेलों की कीमतों में जहां जबरदस्त तेजी है। मसालों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी सब्जियों का स्वाद और तीखा करने लगी है। 140 से 200 रुपये किलो बिकने वाली मिर्च इन दिनों 180 से 240 रुपये किलो बिक रही है। 80 से 120 रुपये में बिकने वाली धनिया 120 से 160 रुपये किलो बिक रही है। इसी प्रकार 100 से 140 रुपये किलो वाली हल्दी 120 से 160 रुपये किलो बिक रही है।

120 से 180 रुपये किलो वाली जीरा 220 से 300 रुपये किलो बिक रही है। इस प्रकार मसालों की कीमतों में भी 40 रुपये से 80 रुपये किलो तक की बढ़ोतरी हो गई है। कारोबारियों का कहना है कि मसालों की आवक काफी प्रभावित बनी हुई है। पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से यह खराब भी हुई है।

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